आओ घर में आँगन बोयें
और बोयें इक चाँद
तुलसी चौरा संग प्रभाती
दीप जले हर साँझ
++
बिंदी कुमकुम चूड़ी पायल
जीवन हो संगीत
अम्मा बाबा से मिल जाये
आँचल भर आशीष
++
ड्योढ़ी पर की नीम
ठाँव फिर हो जाये
चलो कि एक बार साथी
हम फिर गाँव हो जायें
और बोयें इक चाँद
तुलसी चौरा संग प्रभाती
दीप जले हर साँझ
++
बिंदी कुमकुम चूड़ी पायल
जीवन हो संगीत
अम्मा बाबा से मिल जाये
आँचल भर आशीष
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ड्योढ़ी पर की नीम
ठाँव फिर हो जाये
चलो कि एक बार साथी
हम फिर गाँव हो जायें
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