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Tuesday, May 17, 2011

मेरा मन देखे एक सपना


बहती रूकती इस जिन्दगी में कभी हरियाली होती है तो कभी पतझड़ आता है लेकिन जिन्दगी कभी रूकती नहीं. बहती जा रही इस जिन्दगी में कभी प्यार के दीप जलते है तो कभी अँधेरा छा जाता है शायद ऐसे ही अर्थ पता है जीवन हमारे अन्दर कभी- कभी एक तड़प का एहसास होता है कि कोई ऐसा हो जो बिना कहे हमारी कही को समझ ले.इसी खोज में पूरा जीवन बीत जाता है.किसी ने मुझ  से कहा था  जिन्दगी के  सारे माने  हमारे भीतर है जो जितना इसे पकड़ लेता है उतना ही जीवन का अर्थ समझ जाता है.नहीं तो हमेशा वो एक छटपटाहट  के साथ जीता रहता है.















मेरा मन देखे एक सपना 
दुनिया की भीड़ में कोई हो अपना 

मेरी धडकनों में सांसे हो उसकी 
मेरे सपने हो आँखे हो उसकी 

मेरी खामोशियों    पर बाते हो उसकी 
एहसासों पर प्यार की सौगातें  हो उसकी 

मेरी थिरकन हो पर ताल हो उसकी 
मेरी राग हो पर धुन हो उसकी 

मेरा मन बस देखे यही सपना 
दुनिया की इस भीड़ में कोई हो अपना