बहती रूकती इस जिन्दगी में कभी हरियाली होती है तो कभी पतझड़ आता है लेकिन जिन्दगी कभी रूकती नहीं. बहती जा रही इस जिन्दगी में कभी प्यार के दीप जलते है तो कभी अँधेरा छा जाता है शायद ऐसे ही अर्थ पता है जीवन हमारे अन्दर कभी- कभी एक तड़प का एहसास होता है कि कोई ऐसा हो जो बिना कहे हमारी कही को समझ ले.इसी खोज में पूरा जीवन बीत जाता है.किसी ने मुझ से कहा था जिन्दगी के सारे माने हमारे भीतर है जो जितना इसे पकड़ लेता है उतना ही जीवन का अर्थ समझ जाता है.नहीं तो हमेशा वो एक छटपटाहट के साथ जीता रहता है.
किरण कोई व्यक्तिवाचक संज्ञा न होकर उन तमाम व्यक्तियों के रोजमर्रा की जद्दोजहद का एक समुच्चय है जिनमे हर समय जीवन सरिता अपनी पूरी ताकत के साथ बहती है। किरण की दुनिया में उन सभी पहलुओं को समेट कर पाठको के समक्ष रखने का प्रयास किया गया है जिससे उनका रोज का सरोकार है। क्योंकि 'किरण' भी उनमे से एक है।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
-
मन का अंधकार ले साहित्य का अंधकार दूर करने निकले अपने- अपने विचार को सर्वोत्तम बताते एक मीडिया मंच पर लड़ते धाराओं के साहित्यकार आत्मचेतना औ...
-
प्रत्यक्ष अस्तित्व की आंतरिक गतिविधियों का परिणाम यह मेरा पहला काव्य- संग्रह है। ब्रह्मांड का घोषणा- पत्र एक संकेत है ऋत को जानने का जिसके ...
-
हर काबिल हर कातिल तक अपनी महक अपना हरापन फैलाते वसंत स्वागत है तुम्हारा.... मधुमास लिखी धरती पर देख रही हूँ एक कवि बो रहा है सपनों के बीज...
-
प्रत्यक्ष अस्तित्व की आंतरिक गतिविधियों को समझने के प्रयास में अंतकरण में अनेक अनुभव आते हैं । समझने के प्रयास में अनेक कविताएं स्वतः स्फूर...
-
मैंने अलसाई सी आंखे खोली है.लेटे-लेटे खिड़की से दूर पहाड़ो को देखा पेड़ो और पहाडियों की श्रंखलाओ के पीछे सूर्य निकलने लगा है, हलकी - हलकी...
डॉ किरण जी सुन्दर भाव
ReplyDeleteकिसी प्रिय की चाहत और उसके प्रति ये बलिहारी भाव प्रेम को उच्च शिखर पर पहुंचा दिए बधाई हो
कृपया निम्न पर ध्यान दें -
मेरी खामोशियाँ पर बाते हो उसकी
शुक्ल भ्रमर ५
मेरी थिरकन हो पर ताल हो उसकी
ReplyDeleteमेरी राग हो पर धुन हो उसकी
वाह
विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
मेरी धडकनों में सांसे हो उसकी
ReplyDeleteमेरे सपने हो आँखे हो उसकी
सच.. बहुत सुंदर रचना है, बधाई
बेहतरीन कविता लिखी है आपने पढ़ने के बाद कहने के लिए कुछ नहीं रहता|
ReplyDeleteमेरी धडकनों में सांसे हो उसकी
ReplyDeleteमेरे सपने हो आँखे हो उसकी
मेरी खामोशियों पर बाते हो उसकी
एहसासों पर प्यार की सौगातें हो उसकी.
ज़ज्बातों को समेट कर कविता में उड़ेल दिया है. सुंदर अभिव्यक्ति. यूँही लिखती रहें.
सुँदर प्रेम पगे भावों का सहज सुँदर और रसात्मक अभिव्यक्ति . मज़ा आ गया पढ़कर . आभार इस सुँदर रचना के लिए .
ReplyDeletebahut pyara sa sapna...waise aapka profile padh kar lagta hai...ye sapna pura ho chuka...!!
ReplyDeletehai na doctor..!!
God bless...best wishes...
thanks mere jivan sathi dr pawan hai jinse mera jivan roshan hai ha ha
ReplyDeleteमेरी खामोशियों पर बाते हो उसकी
ReplyDeleteएहसासों पर प्यार की सौगातें हो उसकी.
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति आभार
मेरा मन बस देखे यही सपना
ReplyDeleteदुनिया की इस भीड़ में कोई हो अपना
quite natural.
Sundar Abhivyakti, Sarthak Chintan.
ReplyDeleteSwagat hai Chhattisgarh Bloggers Choupal me
http://hamarchhattisgarh.blogspot.com
thanks nimantran ke liye
ReplyDeleteये तो हर मन की चाहत है, जिसे आपने सहज भाव से व्यक्त कर दिया है।
ReplyDelete---------
गुडिया रानी हुई सयानी...
सीधे सच्चे लोग सदा दिल में उतर जाते हैं।
बहुत सुन्दर भावों को संजोया है आज पहली बार आपके ब्लोग पर आई हूँ ……………अच्छा लगा।
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति.
ReplyDeleteवाकई शानदार अभिव्यक्ति....साधूवाद आपको....
ReplyDeleteकभी मेरे ब्लॉग पर भी पधारें...
www.shoaib999.blogspot.in