Thursday, July 11, 2019

प्रकृति संवर्धन और संरक्षण

'स्नो पियर्सर' के अमेरिकी डिस्ट्रीब्यूटर टॉम क्विन का कहना है, जलवायु परिवर्तन के बाद की स्थितियों को दिखाने वाली फिल्म नई पीढ़ी को प्रभावित करें तो शायद बहुतायत में लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक हो ।

 गॉडजिला बनाने वाले एडवड्रस का कहना है, 'गॉडजिला' जैसी फिल्म हमने जो कुछ किया है, उसका काल्पनिक दंड है। अगर हम ऐसा ही करते रहे तो वास्तविक दंड मिलेगा।

बात सही भी है जिस तेजी से पर्यावरण में बदलाव देखने को मिल रहा है, तब वो दिन दूर नही कि सारे मौसम  अपना रास्ता ले लेंगें, सिर्फ एक को छोड़ कर, चाहे वो हिम युग हो, जल युग हो या तपता सूरज।

स्टीफ़न हॉकिंग कहते है- 'मानव समुदाय इतिहास के सबसे ख़तरनाक समय का सामना कर रहा है ।

हमारे पास पृथ्वी की बरबादी की तकनीकें तो बड़ी संख्या में आ गई हैं, लेकिन इनसे बचने की तकनीकों का विकास नहीं हो सका है ।

यदि ज़ल्दी ही पर्यावरण और तकनीकी चुनौतियों से निपटने का तरीक़ा ईज़ाद नहीं किया गया तो परिस्थितियाँ बदतर हो जाएँगी और पृथ्वी के बरबादी के निकट होगी ।
इसलिए अब विश्व को उच्चतर जीवन शैली को त्यागना होगा, क्योंकि आजीविका के संसाधन लगातार कम होते जा रहे हैं ।'' 
अपनी भौतिकवादी प्रवत्तियों से किनारा कीजिए ।
पर्यावरण को लेकर जागरूक हो और दूसरे को भी करें।

पर्यावरण पर जागरूकता मिशन पर लगी पत्रिका प्रकृति दर्शन है । ये त्रैमासिक पत्रिका है ,जो मुरादाबाद से निकलती है ।
इसके संपादक संदीप कुमार शर्मा जी है, जिन्होंने इस पत्रिका के द्वारा प्रकृति दर्शन अभियान चला रखा है ।
जिसको इन्होंने नाम दिया है "आओ सुधारें अपनी प्रकृति" जिसमे इन्होंने प्रमुख बिंदु पर अपनी पत्रिका 'प्रकृति दर्शन के माध्यम से आवाज़ उठाई है।
जिसमे इन्होंने कहा है-

1. नेशनल वाटर एक्ट बनाया जाए
2.वाटर-हार्वेस्टिंग एक्ट के गठन किया जाए
3. राष्ट्रीय वैन सरंक्षक, अंकेक्षण अधिनियम व आयोग का गठन हो।
4. पर्यावरण शिक्षा अनिवार्य की जाए।

ये पर्यावरण संतुलन के लिए अहम सुधार है जिसमे हमारी, आपकी भागीदारी जरूरी है अगर आप भी पर्यावरण बेहतर बनाना चाहते है तो आदरणीय प्रधानमंत्री जी को इस संदर्भ में जरूर लिखें।
प्रकृति यशस्वी हो ये कामना के साथ उसके यशस्वी होने के उपाय भी करें।








2 comments:

  1. वाकई हमें मिलकर इस सुधार की दिशा का पथ प्रशस्त करना होगा...। आपका विश्वास और सहयोग मेरे लिए अतुलनीय है...। आभार और मन से धन्यवाद

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