tag:blogger.com,1999:blog-30380538581495979.post8974315717366751449..comments2023-12-01T18:36:56.100+05:30Comments on किरण की दुनिया: चमकते चाँद को टूटा हुआ तारा ......Dr Kiran Mishrahttp://www.blogger.com/profile/15153901070894116636noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-30380538581495979.post-67289137415243970742015-10-07T10:33:31.921+05:302015-10-07T10:33:31.921+05:30आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद Dr Kiran Mishrahttps://www.blogger.com/profile/15153901070894116636noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30380538581495979.post-90459825684305051392015-10-06T22:03:32.902+05:302015-10-06T22:03:32.902+05:30कितनी बार -कितने रूप बदल चुकी है यह नगरी इसका स्वभ...कितनी बार -कितने रूप बदल चुकी है यह नगरी इसका स्वभाव ही समझ में नहीं आता .प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30380538581495979.post-65423822706470742512015-10-06T20:46:27.138+05:302015-10-06T20:46:27.138+05:30ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, उधर मंगल पर पानी,...ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, <a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2015/10/blog-post_6.html" rel="nofollow"> उधर मंगल पर पानी, इधर हैरान हिंदुस्तानी - ब्लॉग बुलेटिन </a> , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !ब्लॉग बुलेटिनhttps://www.blogger.com/profile/03051559793800406796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30380538581495979.post-9399333727924594802015-10-06T17:14:24.367+05:302015-10-06T17:14:24.367+05:30कमोवेश यही नज़ारा सब जगह मिल जाता है आसानी से... ...कमोवेश यही नज़ारा सब जगह मिल जाता है आसानी से... <br />संविधान में जो लिखा होता है वह सरकार को पता है लेकिन गरीब-कमजोर का नहीं और यदि कोई बता भी दें उन्हें तो उनके लिए यह कोई बड़ी बात नहीं? सरकार की योजनाएं बेघरों के लिए बनती हैं लेकिन उन्हें बनते बिगड़ते ५ साल जो हो जाते हैं? कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-30380538581495979.post-12414942252636067572015-10-06T10:16:27.885+05:302015-10-06T10:16:27.885+05:30दिल्ली क्या, हर तरफ कुछ कम कुछ अधिक यही नज़ारा है दिल्ली क्या, हर तरफ कुछ कम कुछ अधिक यही नज़ारा है रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com